
लेखक – सी. एम. श्रीवास्तव
प्रकाशक – मनोज पब्लिकेशनस, 761, मेन रोड, बुराड़ी, दिल्ली – 110084
ईमेल -info@manojpublications.com
वेबसाइट – http://www.manojpublications.com
मुल्य – 80 ₹
सी. एम. श्रीवास्तव जी ने इस पुस्तक में किसी व्यक्ति के व्येक्तित्व को विकसित करने के कई उपाए बताये है। व्येक्तित्व के विकास के लिए जो ज़रूरी तत्व होते है उसके आधार पर लेखक ने अध्यायों को बांटा है। आज कल तो व्यक्तित्व का विकास करना बहुत जरूरी हो गया है। अपने व्येक्तित्व का विकास करके हम अपने अंदर के कमियों को दूर कर सकते है। व्येक्तित्व के विकास के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है बातचीत का सलीका होना। साक्षात्कार देते समय भी सही तरह से बातचीत करके वे आत्मविश्वाश से साक्षात्कार को जिता जा सकता है। इस किताब को पढ़ने से पहले मुझमे भी कई कमियां थी जैसे आत्मविश्वाश की कमी होना आदि। इस किताब को पढ़ने के बाद मुझमे काफी बदलाव भी आये है। पहले मैं काम बोलती थी वैसे तो आज भी मुझे बोलना पसंद नही है लेकिन इस किताब को पढ़ने के बाद इतना तो किताब का असर हुआ ही कि मै अब बोलने में इतना हिचकिचाती नही और मेरे अंदर भी बहोत गए है कि अब किसी चीज़ से इतना डरती नही। मेरे जैसे कई लोगों को देख है मेने जो अपनी बात किसी से कहने में हिचकिचाते है। अधिकतर लोग बातचीत करने में असफल है क्योंकि उन लोगों को बातचीत करने का सलीका नही पता होता है। किस मोके पर कोनसी बात कहना उचित है और कोनसी अनुचित है, इस बात का उन्हें ज्ञान नही होता एहि नही कुछ लोगों को तो बात करने की शुरुआत ही नही करनी अति। दूसरी तरफ कुछ ऐसे लोग होते है जो एक बार बोलना शुरू करते है तो बोलना बंद ही नही करते और दूसरों की सुनने पर कम से कम ध्यान देते हैं। ऐसे लोग जब बोलना प्राम्भ करते है, तो दूसरे लोग उनकी बातों पर धीरे – धीरे कम ध्यान देने लगते है।
व्येक्तित्व के विकास के लिए हमे हर किसी की बातचीत को ध्यान से सुने। बातचीत करते समय अपनी बात के साथ दूसरों को भी बात करने का मौका दें, सामने वाले कि भी सुने। बातचीत करते समय अगर किसी ने अच्छी बात कही है तो उसकी तारीफ भी करनी चाहिए साथ ही किसी की बात के बीच मे बाधा न डालें।
इस पुस्तक की मदद से आप अपनी कई आदतों वे कई प्रकार की कमियों को दूर किया जा सकता है। अच्छे गुण सबमें होते बस जरूरत होती है उसे जानने की ओर अपने अंदर विकसित करने की। इस पुस्तक में लेखक ने अपने क्रोध को कैसे काबू में रखे इस बारे में भी बताया है। इस पुस्तक की मदद से आप अपने व्येक्तित्व मे सुधार करके अपने को सफलता की ओर बढ़ा सकते है।