फीकापन है सूनापन,
लेकिन सब कुछ
सूना होना भी अच्छा है।
अपने और दूसरों के बारे में
पता तो चलता है।
फीकापन भी अजीब दवा है,
अच्छा तो नहीं लगता,
लेकिन सब कुछ
सही कर देता है।
जिंदगी में फीकापन
खुद से मिलाता है
और खाने में फीकापन
स्वास्थ्य ठीक करता है।
– मनीषा कुमारी
2 replies on “फीकापन”
Ye apni jindgi hai… Apane anushar namak dal lijiye…. Kuch to swad aayega 😊
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Nice comment 👍👏 thanku vry much
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