तुम्हारी आँखें तो नहीं बोलती,
मगर भाई,
ये दिल सब कुछ जनता है।
तुम्हारा सुख दुख,
सब भाँप लेता है।
तुम्हारे बोलने से पहले,
हमे सब कुछ पता चल जाता है।
– मनीषा कुमारी
तुम्हारी आँखें तो नहीं बोलती,
मगर भाई,
ये दिल सब कुछ जनता है।
तुम्हारा सुख दुख,
सब भाँप लेता है।
तुम्हारे बोलने से पहले,
हमे सब कुछ पता चल जाता है।
– मनीषा कुमारी