जाने हर कोई,
खुशियों के फूलों को,
बस उसे उगाना भूल जाते हैं।
लोग कितना भी करे काम कोई,
व सुबह खुश होना भूल जाते हैं।
खुश रहने का यही उपाए,
हर कोई भूल जाते हैं।
– मनीषा कुमारी
जाने हर कोई,
खुशियों के फूलों को,
बस उसे उगाना भूल जाते हैं।
लोग कितना भी करे काम कोई,
व सुबह खुश होना भूल जाते हैं।
खुश रहने का यही उपाए,
हर कोई भूल जाते हैं।
– मनीषा कुमारी