खुद को जानने में,
सब कुछ भुला दो।
खुद को पहचानने में,
कोई देरी न करो।
खुद के साथ वक्त बिताना भी,
बहोत अच्छा होता है।
कभी कभी,
खुद के लिए कुछ करना भी,
अच्छा होता है।
भले खुद को जानने में,
सब कुछ भुला दो,
लेकिन खुद के लिए कुछ करना भी,
अच्छा होता है।
– मनीषा कुमारी