दुनिया दुनिया कहते रहे
दुनिया छूट गई,
मंजिल तो आगे थी पीछे जमाना छोड़ गई,
समझदारी समझ छोड़ उलझ गई,
जिंदगी की नाव बीच समंद्र में ही छोड़ गई
जिंदगी की आखरी मोड़ पर ही
जिंदगी समझ आ गई।
– मनीषा कुमारी
दुनिया दुनिया कहते रहे
दुनिया छूट गई,
मंजिल तो आगे थी पीछे जमाना छोड़ गई,
समझदारी समझ छोड़ उलझ गई,
जिंदगी की नाव बीच समंद्र में ही छोड़ गई
जिंदगी की आखरी मोड़ पर ही
जिंदगी समझ आ गई।
– मनीषा कुमारी